हेल्लो दोस्तों आपने पिछले पोस्ट में पढ़ा था की how to install laravel & how to set PHP environmentतो अब हम इस पोस्ट में laravel के directory structre के बारे में जानेंगे।
वैसे तो directory structure of Laravel छोटे और बड़े दोनों तरह के applications की requirement को पूरा करता है, फिर भी laravel आपको यह सुविधा प्रदान करता है की आप अपने application को अपनी पसंद के अनुसार व्यवस्थित कर सके| Composer आपको auto class loading की सुविधा प्रदान करता है।
तो चलिए आज अआप इस पोस्ट में laravel डायरेक्टरी के बारे में पढेंगे| laravel application में आपको दो directory मिलेगी -
तो आईये हम सब app directory के बारे विस्तार से जानते है -
तो दोस्तों मै आशा करता हूँ की आपको ये Post पसंद आई होगी। अगर आप को ये Post थोड़ी सी भी Useful/Helpful लगी हो Please Follow and Comment जरुर करे और इसे अपने दोस्तों के साथ Share करे!
धन्यवाद!!
Directory Structure of Laravel in Hindi | Laravel Directory structure |
वैसे तो directory structure of Laravel छोटे और बड़े दोनों तरह के applications की requirement को पूरा करता है, फिर भी laravel आपको यह सुविधा प्रदान करता है की आप अपने application को अपनी पसंद के अनुसार व्यवस्थित कर सके| Composer आपको auto class loading की सुविधा प्रदान करता है।
तो चलिए आज अआप इस पोस्ट में laravel डायरेक्टरी के बारे में पढेंगे| laravel application में आपको दो directory मिलेगी -
- The root directory of Laravel
- app directory of Laravel
The root Directory structure of Laravel in Hindi -
यह directory सबसे important directories में से एक होती है जिसके अन्दर और भी कई सारे sub-directories होती है, जो इस प्रकार है -Directory | Description |
---|---|
app | यह directory बहुत ही important directory होती है जो laravel application के base codes को contain किये रहती है.और इस directory के बारे में अभी हम detail में जानेंगे. हमारे application की अधिकतम classes इसी directory में रहती है| |
bootstrap | यह directory laravel application के सारे bootstrapping scripts को रखता है, जो हमारे application में प्रयोग होती है| |
config | config directory के ही अन्दर हमारे laravel application की सारी configuration files जैसे- database, mail,session, services आदि होती है| |
database directory | database directory हमारे app के database files जैसे database migration, model factories और seeds को रखता है| |
public directory | public directory हमारे laravel application की entry point होती है, जो index.php file को रखती है, और हमारे assets जैसे images, js, css आदि files को public directory के अन्दर ही रखा जाता है| |
resources | resource directory हमारे laravel application के front-end अर्थात view को contain रखती है. इसी directory में ही हमारी uncompiled files जैसे saas, js ,css आदि रहती है, और इसी directory में हमारी language files भी रहती है| |
route | routes directory हमारे laravel application के routes सम्बंधित files को रखती है जैसे : web.php, api.php, console.php, channels.php |
storage | storage directory, laravel framework के द्वारा generated files को store करती है. यह directory compiled templates, sessions, cache आदि को भी रखती है |
tests | tests directory, automatic generated test codes को रखती है, जो यह insure करती है की हमारा application properly चल रहा है या नहीं |
vendor | इस directory में composer के द्वारा install की गयी सारी dependencies मौजूद रहती है जो laravel framework को run करने के लिए necessary रहती है |
The app directory structure of laravel -
App directory laravel framework का एक बहुत ही important directory होती है जिसमे हमारे laravel प्रोजेक्ट का अधिकतम code लिखा जाता है| App directory के अन्दर भी कुछ प्रमुख sub-directory होती है जैसे - Http, console आदि |तो आईये हम सब app directory के बारे विस्तार से जानते है -
Directory | Description |
---|---|
console | console directory laravel project के सभी artisan कमांड्स को रखता है, जिन्हें make:command command की सहायता से create किया जा सकता है| |
event | events directory laravel project में पहले से मौजूद नहीं रहता है, बल्कि इसे event:generate और make:event, artisan command से create किया जा सकता है| |
exception | Exception directory हमारे laravel project के exception handling files को रखता है, जो की laravel project द्वारा throw की गयी exceptions को handle करता है| अगर हम चाहते है की हमारा exception हम जैसा चाहते है वैसा दिखे तो हमे Handler class में कुछ changes करने पड़ते है| |
http | http directory हमारी project की सबसे important files जैसे controller, middleware, और form request को contain करता है| हमारे laravel project में प्रवेश करने के लिए लगभग सभी logic's इसी directory में लिखे जाते है| |
jobs | यह directory हमारे laravel application में पहले से मौजूद नहीं रहती है, बल्कि इसे make:job Artisan Command से बनाया जाता है| |
listeners | command से बनाया जा सकता है| इस directory में Listener classes होती है जो events को handle करती है| उदाहरण के लिए जब कोई user register होता है तो उसे sendWelcomeEmailHim listener के द्वारा handle किया जाता है| |
Mail directory भी laravel application में default रूप से नहीं रहती है इसे make:mail Artisan command से बनाया जा सकता है| यह directory laravel application द्वारा send किये गए email's को hold करता है| | |
notifications | Notification directory भी laravel application में पहले से मौजूद नहीं रहती है इसे make:notification Artisan command के द्वारा बनाया जा सकता है, यह directory laravel application द्वारा send किये जाने वाले notifications को handle करता है| |
rules | Rules directory भी laravel application में पहले से मौजूद नहीं रहती है, यदि आपको इसकी आवश्यकता पड़ती है तो laravel आपको make:rule Artisan Command को execute करने पर आपको बना कर दे देगा| इस directory में आप custom validation rules को define कर सकते है |
Final Word -
तो दोस्तों आज आप इस पोस्ट में directory structure of laravel से introduce हुए, जो की laravel प्रोजेक्ट बनाने से पहले आपको laravel की directory से परिचित होना आवश्यक था, तो इसके बाद हम आगे के post में laravel application पर कुछ काम करना शुरु करेंगे. जैसा की हम सभी जानते है की laravel MVC architecture को follow करता है तो हम आगे जानेंगे की की हमे laravel प्रोजेक्ट में view को कैसे बनायेंगे, model को कैसे बनायेंगे और controller को कैसे बनायेंगे|तो दोस्तों मै आशा करता हूँ की आपको ये Post पसंद आई होगी। अगर आप को ये Post थोड़ी सी भी Useful/Helpful लगी हो Please Follow and Comment जरुर करे और इसे अपने दोस्तों के साथ Share करे!
धन्यवाद!!
Post a Comment
You are welcome to share your ideas with us in comments